भारत के प्रमुख बंदरगाहों को मानचित्र पर (Sea Ports of India on map) अध्ययन करने से आपको भारत के सभी प्रमुख पत्तनों का लोकेशन एवं संबंधित राज्यों को याद रखना सरल हो जाता है। इस मानचित्र में भारत के सभी प्रमुख प्राकृतिक एवं ज्वरीय बंदरगाहों तथा अन्य छोटे एवं मंझोले बंदरगाहों को मानचित्र 🗺️ (Sea Ports of India on map) पर अंकित किया गया है।
भारत के प्रमुख पत्तन से संबंधित विभिन्न प्रकार के जनकारियां उन सभी लोगों के लिए सहायक हो सकता है जो समुद्री व्यापार या समुद्री यात्रा करने की इच्छा रखते हैं। साथ ही भारत के प्रमुख बंदरगाहों की जानकारी छात्रों के लिए भी उपयोगी है क्यों कि समुद्री बंदरगाहों से संबंधित प्रश्न विभिन्न विद्यालयी एवं प्रतियोगिता परीक्षाओं में पुछे जाते हैं।
भारत के प्रमुख बंदरगाह स्थिति एवं तथ्य Sea ports of India on map, location and Important facts
भारत का दक्षिणी भाग प्रायद्वीपीय होने के कारण यहां कुल 7500 किलोमीटर किलोमीटर तटीय क्षेत्रों का विस्तार है जिसमें 6100 किलोमीटर मुख्य तटीय क्षेत्रों का विस्तार भारत के 9 तटीय राज्यों में हैं जहां कई प्राकृतिक, ज्वारीय एवं कृत्रिम बंदरगाहों का विकास किया गया है जिसमें 13 बड़े प्रमुख बंदरगाह और 200 से अधिक मंझोले एवं छोटे सहायक बंदरगाह जो बड़ी मात्रा में यातायात और समुद्री व्यापार को संभाल रहे हैं।
List of Major Sea Ports of India in Hindi- भारत के प्रमुख बंदरगाहों की सूची
समुद्री पत्तन जो छोटे-बड़े जहाजों का ठहराव एवं माल उतारने-चढ़ाने का स्थान होता है। भारतीय अर्थव्यवस्था में समुद्री व्यापार का महतवपूर्ण योगदान होने के कारण भारत के भूगोल के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण पाठ्य है। अतः भारत के सभी प्रमुख पत्तनों/बंदरगाहों को जानना आपके लिए उपेक्षित है। नीचे दिए गए सूची में भारत के 13 प्रमुख बंदरगाहों के नाम शामिल हैं।
क्र. सं. | प्रमुख बंदरगाह | राज्य में स्थित |
1. | मुंबई पत्तन | महाराष्ट्र |
2. | कोलकाता (डायमंड हॉर्बर) | पश्चिम बंगाल |
3. | चेन्नई पत्तन | तमिलनाडु |
4. | कोची पत्तन | केरल |
5. | विशाखापट्टनम पत्तन | आंध्र प्रदेश |
6. | पारादीप पत्तन | ओरिसा |
7. | तुतीकोरीन पत्तन | तमिलनाडु |
8. | मरमागुआ पत्तन | गोवा |
9. | कांडला पत्तन | गुजरात |
10. | न्यू मंगलोर | कर्नाटक |
11. | नहवासोवा/ जवाहरलाल नेहरू पोर्ट (JNP) | महाराष्ट्र |
12. | एन्नोर (कामराजा पोर्ट) | तमिलनाडु |
13. | पोर्ट ब्लेयर | अंडमान और निकोबार |
Major Sea Ports of India on Map – भारत के प्रमुख बंदरगाह मनचित्र पर देखें
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भारत के अन्य महत्वपूर्ण मंझोले और छोटे बंदरगाहें
- ओखा – गुजरात
- पोरोबंदर – गुजरात
- वेरावल – गुजरात
- सूरत – गुजरात
- रत्नगीरी – महाराष्ट्र
- पणजी – गोवा
- अलापपुझा – केरल
- तलाशेगी- केरल
- नागापटनम – तमिलनाडू
- मचिलीपटनम – आंध्र प्रदेश
- काकिनाडा – आंध्र प्रदेश
- कसरगोड – कर्नाटक
- रामेश्वरम – तमिलनाडू
- गोपालपुर – ओरिसा
- कुल्पी- प. बंगाल
भारत के 13 प्रमुख बंदरगाह एवं सम्बंधित तथ्य
1. मुम्बई पत्तन (Mumbai Port)
मुम्बई भारत का सबसे बड़ा समुद्री बंदरगाह है जो भारत के एक चौथाई समुद्री व्यापार को नियंत्रित करता है। अरब सागर में यह बंदरगाह पश्चिम महाराष्ट्र के मुख्य तटीय भाग पर स्थित है। लगभग 400 वर्ग किलोमीटर में फैला यह भारत का सबसे बड़ा कंटेनर पत्तन है। पेट्रोलियम तथा पेट्रोलियम से संबंधित वस्तुएं, कॉटन, मशीनें एवं अन्य सूखे वस्तुओं का इस बंदरगाह से आयात एवं निर्यात किए जाते हैं। यह बंदरगाह क्रूज़ पर्यटन (cruise tourism) के लिए भी चयनित है।
2. कोलकाता – हल्दिया बंदरगाह Kolkata- Haldia port
कोलकता बंदरगाह जिसे डायमंड हार्बर के नाम से भी जाना जाता है मुख्य समुद्री तट से 80 किमी दूर पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के किनारे स्थित है। यह एक ज्वारीय बंदरगाह है जो गंगा एवं ब्रह्मपुत्र मैदानी क्षेत्रों के ट्रैफिक को कंट्रोल करता है। इस बंदरगाह के भार को कम करने के लिए सहायक पत्तन के रुप में हल्दिया पत्तन हुगली नदी के दक्षिण में विकसित किया गया है यह भी ज्वारीय बंदरगाह है जो बंगाल के खाड़ी में आने वाले ज्वार भाटे पर निर्भर है। कोलकाता एवं हल्दिया बंदरगाह से मुख्यतः जुट, खनिज तेल, उर्वरक, आदि वस्तुओं का आयात एवं निर्यात किए जाते हैं
3. चेन्नई पोर्ट (Chennai Port)
चेन्नई भारत का प्राचीन एवं दूसरा बड़ा बंदरगाह है। यह भारत का तीसरा बड़ा कंटेनर पोर्ट भी है जो तमिलनाडु राज्य के पूर्व तटीय (कोरोमंडल तट) क्षेत्र में स्थित है। इसे मद्रास पोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, कच्चा तेल, उर्वरक, लौह अयस्क का आयात एवं निर्यात मुख्य रुप इस बनदरगाह से होता है।
4. कोच्चि पोर्ट (Kochi Port)
यह दक्षिण पश्चिम भारत का एक अन्य महत्वपूर्ण बंदरगाह है जो केरल में बेंबनाद झील (जो अरब सागर से जुड़ा हुआ है) के प्रवेश मार्ग पर स्थित है। कोच्चि भारत का छठा बड़ा बंदरगाह है जहां से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, उर्वरक, कच्चे माल तथा अन्य पदार्थों का आयात एवं निर्यात होता है।
5. विशाखापट्टनम (Vishakhapatnam)
विशाखापट्टनम भारत का एक गहरा एवं प्राकृतिक बंदरगाह है जो भारत के पूर्वी तट पर आंध्र प्रदेश में स्थित है। यह भारत का चौथा बड़ा एवं बंगाल के खाड़ी में स्थित पूर्वी तट का सबसे बड़ा बंदरगाह है। यहां तीन बंदरगाह है जहां से लौह अयस्क एवं पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स मुख्य रुप से आयात निर्यात का कार्य किया जाता है। यहां से अन्य सामान्य वस्तुओं का भी आयात निर्यात होता है। हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड कंपनी भी यहीं पर स्थित है जहां जहाज 🚢 निर्माण का कार्य किया जाता है।
6. पारादीप (Paradip)
पारादीप ओरिसा के तट पर स्थित बंगाल की खाड़ी का एक अन्य प्रमुख बंदरगाह है। लौह अयस्क का निर्यात इस बंदरगाह मुख्य विशेषता है लेकिन कोयला एवं अन्य वस्तुओं का भी आयात एवं निर्यात यहां से किया जाता है।
7. तूतीकोरीन (Tuticorin)
तूतीकोरिन दक्षिणी तट का एक बड़ा बंदरगाह है जो तमिलनाडु के दक्षिणी तट पर स्थित है अब यह वी ओ चिदंबरनर बंदरगाह (V O Chidambaranar Port) के नाम से जाना जाता है प्राचीन काल में यह बंदरगाह मोतियों और मत्स्यन के लिए प्रसिद्ध था। वर्तमान में इस बंदरगाह से विविध प्रकार के वस्तुओं, नमक खाद्य तेल आदि का व्यापार होता है।
8. मरमागोवा (Marmagoa port)
यह अरब सागर से लगे गोवा के पश्चिमी तट पर स्थित मरमागोवा व्यापार के दृष्टि से भारत का चौथा बड़ा बंदरगाह है। सभी भारत के प्रमुख बंदरगाहों में यह एक मुख्य प्राकृतिक बंदरगाह है जो वास्को डी गामा सिटी से महज 4कि मी की दूरी पर स्थित है। पेट्रोलियम, पेट्रो प्रोडक्ट्स, मशीनरी एवं वृहद मात्रा में लौह अयस्क का निर्यात इस बंदरगाह से किए जाते हैं।
9. कांडला पत्तन (Kandla seaport)
कच्छ की खाड़ी में स्थित कांडला एक ज्वारीय बंदरगाह जिसे स्वतंत्रता के बाद पहली बार गुजरात में विकसित किया गया था। अब इसे दीनदयाल बंदरगाह के नाम से जाना जाता है। यह उत्तर-पश्चिम राज्यों जैसे गुजरात, पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान के व्यापार में मुख्य भूमिका निभाता है।
निर्यात को बढ़ावा देना के लिए इसे मुक्त व्यापार क्षेत्र एवं विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ – Special Economic Zone) घोषित किया गया है। यहां से रसायनिक तेल, खाद्य तेल, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, कॉटन, सीमेंट, उर्वरक आदि का व्यापार मुख्य रुप से आयात निर्यात होता है
10. न्यू मंगलोर (New Mangalore port)
न्यू मंगलोर भारत का सातवां बड़ा एवं प्रमुख बंदरगाहों में से एक है जो कर्नाटक में अरब सागर के तट पर स्थित है। इसे पनमबुर पत्तन के नाम से भी जाना जाता है। कुद्रेमुख खान से निकले लौह अयस्क का निर्यात मुख्यतः इस बंदरगाह से होता है लेकिन इसके अलावा उर्वरक, खाद्य तेल, ग्रेनाइट पत्थर आदि का भी आयात निर्यात होता है।
11. नह्वा शोवा (Nhava Shova – JNPT)
यह भारत का दुसरा बड़ा बंदरगाह है जिसे जवाहर लाल नेहरू पत्तन के नाम से जाना जाता है। JNP ट्रस्ट महाराष्ट्र के नवी मुंबई में स्थित है। इसे मुम्बई बंदरगाह के भार को कम करने के लिए 1989 में विकसित किया गया था। इसे मुख्यतः कंटेनर्स को संभालने के लिए किए गए जो भारत के कुल कंटेनर के 40% को कंट्रोल करता है।
सूती वस्त्र, कारपेट, दवाईयां, मशीनें, बोनलेस मीट, स्पोर्ट्स के समान आदि का यहां से निर्यात होता है जबकि प्लास्टिक, रसायन, वनस्पति तेल, अलमुनियम आदि का आयात किए जाते हैं।
12. एन्नोर (Ennore seaport)
एन्नोर भारत का एक निजी क्षेत्र का मुख्य बंदरगाह है जो तमिलनाडु में बंगाल के खाड़ी से लगे कोरोमंडल तट पर स्थित है। इसे कमराजा पोर्ट के नाम से भी जाना जाता है यह बंदरगाह चेन्नई पत्तन से महज 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मुख्य रुप से ऑटोमोबाइल, एलपीजी, पेट्रो प्रोडक्ट्स, तापीय कोयला आदि जैसे वस्तुओं का व्यापार इस बंदरगाह से होता है।
13. पोर्ट ब्लेयर (Port Blair seaport)
पोर्ट ब्लेयर भारत का नया एवं 13वां प्रमुख बंदरगाह है जो अंडमान सागर में अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में स्थित है। पोर्ट ब्लेयर अंडमान निकोबार द्वीपसमूह का राजधानी है जो दक्षिण अंडमान द्वीप पर स्थित है। यह बंदरगाह दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के व्यापार में मुख्य भूमिका निभाता है। विभिन्न प्रकार के वस्तुओं का राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यहां से निर्यात और आयात किए जाते हैं।
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Importance of seaports of India
जल परिवहन यातायात के सबसे सस्ते एवं महत्वपूर्ण साधन है। जहाजों को रुकने और माल (goods) तथा यात्रियों को चढ़ाने उतारने में बंदरगाहों का महत्वपूर्ण योगदान है। देश के आर्थिक विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने तथा अन्य देशों को जोड़ने में बंदरगाहों का मुख्य भूमिका है क्यों कि कुल अंतरराष्ट्रीय व्यापार का 90% समुद्री एवं जल मार्गों द्वारा होता है। साथ ही देश के विभिन्न राज्यों को व्यापार में बढ़ावा देने तथा एक दुसरे से जोड़ने में बंदरगाहों का मुख्य भूमिका होता है।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत का सबसे गहरा बंदरगाह कौन है?
आंध्र प्रदेश के नेल्लौर जिले में स्थित निजी क्षेत्र का कृष्णापट्टनम जिसकी गहराई 18.5 मी है सबसे गहरा कृत्रिम बंदरगाह है जबकि विशाखापत्तनम सबसे गहरा प्राकृतिक बंदरगाह है।
भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह कौन है?
महाराष्ट्र में स्थित मुम्बई बंदरगाह देश का सबसे बड़ा बंदरगाह है।
भारत का सबसे व्यस्त बंदरगाह कौन है?
मुम्बई में स्थित जवाहर लाल नेहरू पोर्ट (JNP) जो एक कृत्रिम बंदरगाह है सबसे व्यस्त बंदरगाह है जबकि गुजरात का मुंद्रा बंदरगाह दुसरा वयस्तम बंदरगाह है।
भारत में कितने बंदरगाह हैं?
भारत में कुल 13 प्रमुख बंदरगाह एवं लगभग 200 छोटे एवं मंझोले प्रकार के बंदरगाह हैं।
भारत का सबसे प्राचीन बंदरगाह कौन था?
गुगरात में स्थित लोथल भारत का सबसे प्राचीन बंदरगाह था जहां से सिंधु सभ्यता का अन्य देशों के साथ समुद्री व्यापार होता था।
भारत के बंदरगाहों का मानचित्र (Sea Ports of India on map) केवल पढ़ने के दृष्टि से तैयार किया गया है जो मापनी पर नहीं बना है। मानचित्र में भारत के 13 प्रमुख बंदरगाहों को एवं अन्य छोटे-बड़े महत्वपूर्ण बंदरगाहों को दर्शाने के प्रयास मात्र है जो आपके बंदरगाहों से संबंधित सामान्य जानकारियों को जानने मे सहायक हो सकता है।