भारत के नदियों का मानचित्र | Map Of Rivers In India In Hindi
भारत के नदियों के अध्ययन के लिए नदियों के मानचित्र एक बहुत ही उपयुक्त साधन है। भारत के नदियों की मानचित्र (Map of rivers in India in Hindi) विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों या गतिविधियों के लिए बहुत ही सहायक होते हैं। नदियां किसी भी देश के सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। भारत एक कृषि प्रधान देश है जहां सिंचाई के साधन के रूप में नदियां महत्वूर्ण भूमिका निभाती हैं और साथ ही साथ जलविद्युत परियोजनाओं, यातायात के साधन के रूप में भी सहायक हैं।
अतः नदियों की कई क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण भूमिका होने के कारण भारत के नदियों एवं उनके सहायक (Rivers of India and their tributaries) नदियां से संबंधित प्रश्न विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इस पोस्ट में भारत की सभी महत्वपूर्ण नदियों एवं उनके मुख्य सहायक नदियों को मानचित्र के द्वारा प्रस्तुत किया गया है जो आपके लिए सहायक हो सकता है।
भारत की प्रमुख नदियों का मानचित्र/नक्शा (Map Of Rivers In India In Hindi)

भारत के प्रमुख नदियों की सूची, उद्गम स्थल एवं सहायक नदियां(Rivers of India list, Origine place Tributaries)
भारत के विशाल क्षेत्रफल एवं विविध भौगोलिक संरचना के कारण भारतीय उमहाद्वीप पर कई लंबी एवं छोटी नदियां प्रवाहित होती हैं जिसे उत्तर भारत की नदियों एवं दक्षिण भारत की नदियों के रूप में अध्ययन करते हैं। यहां उत्तर भारत एवं दक्षिण भारत के प्रमुख नदियों की सूची नीचे दिए गए हैं।
प्रमुख नदियां | उदगम स्थल | सहायक नदियां |
---|---|---|
गंगा नदी (2510km) | गंगोत्री के गोमुख हिमानी से (उत्तराखंड) | यमुना, गोमती, घाघरा, सोन, गंडक, रामगंगा, बागमती, दामोदर |
यमुना नदी (1385km) | यमुनोत्री हिमानी (उत्तराखंड) | चंबल, सिंध, केन, बेतवा |
चंबल नदी (965km) | विंध्या पर्वत श्रेणी | कालीसिंध, बनास, पार्वती |
सिंधु नदी (2880km, 1114km भारत में) | मानसरोवर झील(तिब्बत) | श्योंक, गिलगित, झेलम, चेनाब, रवि, सतलज |
सतलज नदी (1050km) | राकसताल झील (तिब्बत) | स्पीति, व्यास |
चिनाब नदी (1180km, 574km भारत में) | लाहौल स्पीति (हिमाचल प्रदेश) | शोला, थिरोट, लिद्दारी |
ब्रह्मपुत्र नदी (2580km, 916km in India) | मानसरोवर झील (तिब्बत) | सुबांसरी, तीस्ता, मानस, लोहित, धनसिरि |
गोदावरी नदी (1465km) | पश्चिम घाट में नासिक जिले से (महाराष्ट्र) | पेनगंगा, वेनगंगा, इंद्रावती, सबरी, मंजीरा |
कृष्णा नदी (1400km) | महाबलेश्वर के समीप | कोयना, दूधगंगा, पंचगंगा, मालप्रभा, मुसी, भीमा |
कावेरी नदी (760km) | ब्रह्मगिरि पहाड़ी (कुर्ग जिला कर्नाटक) | हेमवती, अमरावती, नोइल |
महानदी (858km) | अमरकंटक के सिंहवा श्रेणी से | तेल, इब, हंसदो |
नर्मदा नदी (1312km) | अमरकंटक | हिरन, बरना, तावा, दुधी |
ताप्ती नदी (724km) | बेतूल पठार (मध्य प्रदेश) | पूर्णा, क्षिप्रा, मोर |
पेरियार नदी (244km) | शिवागिरी पहाड़ी(पश्चिम घाट) | मुल्लयार, चेरूथानी |
सोन नदी (780km) | अमरकंटक | रिहंद, कुन्हर |
पॉनर नदी (597km) | नंदीदुर्गा पहाड़ी | पापधानी, चित्रावती |
भारत के 10 सबसे लम्बी नदियों की सूची (Top Ten Longest Rivers In India List)
क्रम | नदियां | लम्बाई |
---|---|---|
1. | गंगा नदी | 2510km |
2. | गोदावरी नदी | 1465km |
3. | कृष्णा नदी | 1400km |
4. | यमुना नदी | 1385km |
5. | नर्मदा नदी | 1312km |
6. | सिंधु नदी | 1114km |
7. | ब्रह्मपुत्र नदी | 916km |
8. | महानदी | 858km |
9. | सोन नदी | 780km |
10. | कावेरी नदी | 760km |
भारत के नदियों से संबंधित – FAQ
भारत में किस नदी द्वारा विश्व का सबसे बड़ा गॉर्ज बनाया गया है?
गॉर्ज एक नदी द्वारा निर्मित V आकार की घाटी है जो नदियों द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों में बनाया जाता है। सिन्धु नदी द्वारा भारत के जम्मू – कश्मीर में विश्व का सबसे बड़ा गॉर्ज बनाया गया है जिसे बुंजी गॉर्ज के नाम से जाना जाता है।
किस नदी को वृद्ध गंगा के नाम से जाना जाता है?
गोदावरी नदी जो दक्षिण भारत की सबसे लम्बी नदी है इसे वृद्ध गंगा के नाम से भी जानते है।
भारत की कौन सी नदी भ्रंश घाटी में बहती है?
नर्मदा नदी विंध्या एवं सतपुड़ा पर्वत के बीच भ्रंश घाटी में बहते हुए अरब सागर में गिरती है। इसके अलावा ताप्ती नदी भी भ्रंश घाटी में प्रवाहित होती है।
ब्रह्मपुत्र नदी को तिब्बत में किस नाम से जानते है?
ब्रह्मपुत्र नदी को तिब्बत के मानसरोवर झील से निकलती है तिब्बत में इसे सांगपो के नाम से जाना जाता है जबकि बंगलादेश में इसे जमुना के नाम से जानते है।
भारत की कौन सी नदी सर्वाधिक मार्ग परिवर्तन करने वाली नदी है?
कोसी नदी सर्वाधिक मार्ग परिवर्तन करने वाली नदी है। यह नदी नेपाल के गोसाई स्थान से निकल कर बिहार में गंगा नदी में मिलती है। इसके अधिक मार्ग परिवर्तन के कारण बिहार में बाढ़ से तबाही होती है इसलिए इसे बिहार के शोक भी कहते है।