पर्यावरण संरक्षण पर निबंध PDF | Essay on Environmental Conservation in Hindi

पर्यावरण संरक्षण पर निबंध (Essay on Environmental Conservation in Hindi) सभी प्राकार के परीक्षाओं लिए एक महत्वपूर्ण एवं कॉमन टॉपिक है। पर्यावरण किसी भी देश का बहुमुल्य अमानत होता है जो सभी जीवों का जीने का आधार होता है। प्रकृति ने पृथ्वी पर उपहार स्वरूप विभिन्न प्राकार के पर्यावरणीय संसाधन प्रदान किया है जिसे प्रत्येक जीव अपने आवश्यकता के अनुरूप उपयोग करता रहा है।

लेकिन प्राकृति द्वारा प्रदत संसाधनो का मानव द्वारा अंधाधुन दोहन एवं बढ़ते प्रदूषण ने पर्यावरण को क्षति हो रही है जिसे संरक्षित करना हमारा कर्तव्य है। अतः इस लेख में पर्यावरण संरक्षण पर एक बेहतर निबंध सरल भाषा में लिखा गया है जो आपके लिए उपयोगी हो सकता है।

पर्यावरण संरक्षण पर निबंध Essay on Environmental Conservation in Hindi
पर्यावरण संरक्षण पर निबंध

1000 शब्दों में पर्यावरण संरक्षण पर निबंध (Essay on Environmental Conservation in Hindi)

पर्यावरण पृथ्वी पर जीवन के लिए मूल तत्वों में से एक है। हमरे आस पास की वो सभी चीजे जिससे हम प्रभावित होते हैं उसे हम पर्यावरण कहते हैं। प्राकृतिक रूप से वायु, वन, मिट्टी और जल पर्यावरण के मूल तत्व है जिसका जीवन के साथ सीधा संबंध होता था। प्रकृति ने पृथ्वी पर जीवन यापन करने के लिए विभिन्न प्राकार के संसाधन प्रदान किया है जो मानव जीवन के पर्याप्त है।

परन्तु बढ़ते तकनीकि विकास एवं भौतिक शुख-सुविधाओं ने विभिन्न प्रकार के पर्यावरणीय प्रदूषण को बढ़ाया है। प्रदुषण हमारे पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है जो पर्यावरण एवं स्वास्थ्य को सीधे प्रभावित किया है। पर्यावरणीय क्षति से मानव जीवन के साथ साथ अन्य जीवों एवं वनस्पतियों पर  प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है जिसके कारण आज कई जीव विलुप्त हो गए हैं और कई विलुप्त होने के कगार पर है। अतः पर्यावरण संरक्षण आज एक ज्वलंत मुद्दों में से एक है।

पर्यावरण संरक्षण क्या है? 

पर्यावरण संरक्षण का तात्पर्य हमारे पर्यावरण, वनस्पतियों और अन्य प्राकृतिक तत्वों को सुरक्षा प्रदान करना है। पर्यावरण संरक्षण हमारे पर्यावरण में होने वाले विभिन्न प्राकार के प्रदूषण यथा जल प्रदुषण, वायु प्रदुषण, ध्वनि प्रदुषण, मृदा प्रदुषण, एवं जल संसाधनों की कमी, वनस्पतियों की अपेक्षाकृति समस्याओं, आदि सुधार निश्चित करने के लिए की जाती है जिससे हमारे पर्यावरण में जीव-जन्तुओं, वनस्पतियों और पर्यावरण से संबंधित समस्याओं का समाधान हो सके। 

पर्यावरण संरक्षण के उपाय 

पर्यावरण संरक्षण के लिए हम पर्यावरण से संबंधित समस्याओं को चिन्हित कर उसका हल निश्चित करने के लिए कई तरह के उपायों को अपनाकर पर्यवरण सुरक्षा का प्रयास करते हैं जो हमारे पर्यावरण और जीवनस्थलों को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

पर्यावरण संरक्षण पर निबंध
पर्यावरण संरक्षण पर निबंध

प्रदूषण नियंत्रण

प्रदुषण नियंत्रण पर्यावरण संरक्षण का सबसे महत्वपूर्ण एवं प्राथमिक उपाय है, वायु, जल, ध्वनि, मृदा जैसे प्रदूषण को कम कर के हमारे पर्यावरण में हो रही नुकसान को बहुत हद तक सुधरा जा सकता है। इसलिए हमारे आस पास के स्थानों पर हो रहे प्रदूषण में वृद्धि होने वाली प्रक्रियाओं को कम कर एवं अपने जीवन शैली में बदलाव ला कर पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है। इसके लिए निम्नलिखित उपाय किया जा सकता है:

  • घर में होने वाले विभिन्न प्राकार के भौतिक सुख संसाधन जिससे प्रदुषण फैलता है को कम उपयोग में लाया जाए।
  • मल एवं गंदे नाले को उपचार कर नदियों में बहाना।
  • वाहनों में स्वच्छ ईंजन का इस्तेमाल एवं कम प्रयोग।
  • कल कारखानों से निकलने वाली वाली विभिन्न प्रदूषित पदार्थों को नियंत्रण।
  • पर्यावरण के अनुकूल रसायनिक उर्वरक एवं रसायनिक पदार्थों का प्रयोग।
  • प्लास्टिक उत्पादों एवं थैला का का कम प्रयोग। अधिक से अधिक रिसाइकल योग्य वस्तुओं को उपयोग में लाए।
  • परमाणु हथियार एवं अन्य विस्फोटक सामग्री पर नियंत्रण।
  • कूड़ा कचड़ा को गढ़े में दबाएं इसे जलाने पर रोक।

वनों का संरक्षण:

बढते औधोगीकरण एवं नगरीकरण के कारण वानो का अंधाधुन दोहन से पर्यावरण असंतुलित हुई है। इस लिए वनों एवं जंगलों में में वृद्धि जरुरी है जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहे। इसके लिए वनों को हमारे आसपास के जगहों पर वानिकी को स्थान देने तथा बचे हुए वनों को संरक्षित कर पर्यावरण में प्रदूषित वायु के परिवर्तन किया जा सकता है, मृदा अपरदन रोका जा सकता है, तथा बाढ़ एवं सुखा जैसे आपदा को भी कम करने में सहायता मिल सकती है। 

स्वच्छ स्थान सुधार:

स्वच्छ पर्यावरण के लिए स्वच्छ स्थान होना जरुरी है। इसके लिए कूड़ा कचड़ा को यत्र-तत्र नहीं फेके और सर्वजनिक स्थान जैसे सड़कों, हवाई अड्डों और बस स्टेशन आदि स्थानों को साफ रखें एवं गंदगी फैलाने से बचे। इससे मृदा, जल एवं वायु जैसे प्रदूषण को कम किया जा सकता है तथा पर्यावरणीय निम्नीकरण को रोका जा सकता है।

प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण

प्रकृति ने पृथ्वी पर वायु, जल, मृदा,  वन आदि के अलावा और कई बहुमूल्य प्राकार के संसाधनों को उपहार स्वरूप दीया है जिसे मानव ने अधिक लाभ के लिए अविवेकपूर्ण दोहन किया है। हमारे पर्यावरण में गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग एवं इनका संरक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण है। जैसे ही हम सभी प्रकार के प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करते हैं तो हमारे पर्यावरण में संतुलन होने लगती हैं।

सरकार द्वारा चलाए जाने वाले पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम में सहयोग 

विश्व में हो रहे पर्यावरणीय क्षति एवं उनके प्रभाव को देखते हुए लोगों में पर्यावरण से संबंधित जागरूकता बढ़ाने के लिए 1972 के स्टॉकहोम के दस दिवसीय सभा (5 से 16 जून) में पर्यावरण दिवस की शुरुआत यूनाइटेड नेशन द्वारा किया गया। लेकिन 5 जून 1984 से इसे प्रति वर्ष जागरूकता के लिए पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके अलावा पृथ्वी सम्मेलन 1992, क्योटो प्रोटोकॉल 1977, भारतीय पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1982 आदि सरंक्षण कानूनों को पालन करने में हम सभी को अनिवार्य रूप से सहयोग करना चाहिए।

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पर्यावरण संरक्षण के लाभ 

  • पर्यावरण में गुणवत्ता बहाल होता है एवं अबोहवा में परिर्वतन।
  • जैवविविधता में हो रही ह्रास को रोका जा सकता है।
  • जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
  • स्वस्थ जीवन जीने का लाभ प्राप्त होता है तथा जीवन प्रत्यासा में वृद्धि होती है।
  • प्रकीतिक आपदाओं के पुनरावृति में कमी आती हैं।
  • समुद्री जल स्तर के वृद्धि में कमी तथा भौम जल स्तर में वृद्धि होगी।
  • बिजली, जल एवं अन्य संसाधन की बचत होती है।

निष्कर्ष 

विश्व के सभी भागों में प्रत्येक मानव एवं जीव जंतुओं को स्वच्छ पर्यावरण में रहने का मूल अधिकार है, लेकिन मानव ने पृथ्वी पर जीवन में सुख सुविधा के लिए जितना ही तकनीकि एवं औधोगिक विकास किया है उतना ही प्रकृति के साथ छेड़-छाड़ किया हैं जिसके  परिणाम स्वरूप पर्यावरण को क्षति पहुंची है। भरपाई के लिए पर्यावरण संरक्षण अर्थात वायु,जल, मृदा, वन एवं वन्य जीवों और समुद्र का संरक्षण नितांत आवश्यकता है। पर्यावरण की गुणवत्ता को बनाए रखना मानवीय कर्तव्य है। इसके लिए पर्यावरणीय कानूनों को सख्ती से पालन अनिवार्य होना चाहिए।

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पर्यावरण संरक्षण पर निबंध

अधिकतम पूछे जाने वाले प्रश्न FAQ

पर्यावरण की परिभाषा क्या है?

पर्यावरण दो शब्दों के मेल परि+आवरण से बना है जिसका अर्थ हमरे चारों तरफ घिरे आवरण है। अर्थात हमरे चारों तरफ फैले सभी पदार्थ जिससे जीवन प्रभावित होता है उसे पर्यावरण कहते है।

पर्यावरण के घटक क्या है?

पर्यावरण में दो घटक शमिल किए जाते हैं जिसे जैव तथा अजैव घटक कहते हैं। जीव-जंतु एवं वनस्पति जैव घटक है जबकि स्थलमंडल, जलमंडल एवं वायुमंडल पर्यावरण के अजैव घटक हैं।

पर्यावरण का महत्व क्या है?

स्थलमंडल, जलमंडल, वायुमंडल एवं जैवमंडल पर्यावरण के मूल तत्व हैं जो पृथ्वी पर मानव को प्रश्रय देने के साथ ही साथ विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक संसाधनों को भी दीया है अतः पर्यावरण पृथ्वी पर मानव जीवन का आधार है।

पर्यावरण संरक्षण के उपाय क्या है?

प्रदुषण नियंत्रण के साथ साथ संसाधनों का विवेकपूर्ण पूर्ण उपयोग पर्यावरण संरक्षण का मुख्य उपाय है।

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